देहरादून : मरीज को रेफर करने का देना होगा ठोस ज़वाब।
देहरादून: प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्र में मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा ना मिल पाने के मामले अक्सर सामने आते रहते हैं. इसके अलावा कुछ अस्पताल ऐसे हैं, जो रेफर सेंटर बनकर रह गए हैं. इन तमाम समस्याओं को देखते हुए स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार ने सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों (CMO) और उप-जिला अस्पतालों के प्रमुख अधीक्षकों (CMS) के साथ बैठक की. स्वास्थ्य सचिव ने रेफर प्रक्रिया को लेकर नाराजगी जताई है. साथ ही इस पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि अब अस्पतालों से मरीजों को बेवजह रेफर नहीं किया जाएगा. कई बार देखा गया है कि अस्पतालों की लापरवाही या संसाधन प्रबंधन की कमी के चलते मरीजों को बिना किसी ठोस वजह के रेफर कर दिया जाता है, जिससे मरीजों की जान जोखिम में पड़ जाती है.
मीडिया रिपोर्टस से मिली जानकरी के अनुसार , जिसके चलते स्वास्थ्य सचिव ने निर्देश दिए कि हर रेफर की जिम्मेदारी अब अस्पतालों के प्रमुख अधीक्षकों पर होगी.
हर रेफर को प्रमुख अधीक्षकों की काउंटर-साइनिंग के साथ वैध और ठोस कारणों से ही किया जाना अनिवार्य होगा. यदि किसी केस में यह प्रक्रिया नहीं अपनाई गई या कारण अपर्याप्त पाया गया तो उस अधिकारी के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाएगी. स्वास्थ्य सचिव ने स्वास्थ्य महानिदेशक को निर्देश दिए कि रेफर से संबंधित एक स्पष्ट एसओपी तैयार की जाए, ताकि पूरे प्रदेश में एकरूपता के साथ रेफर की प्रक्रिया अपनाई जा सके.