पिथौरागढ़ : एम्बुलेंस नही ! यहाँ आज भी डंडी कंडी का सहारा ले रहे ग्रामीण ।
सरकार भले ही गांवों को सड़क सुविधा से जोड़ने के दावे करती हैं, लेकिन जमीनी हकीकत ठीक उलट है. प्रदेश में आज भी कई गांवों में डंडी-कंडी यहां एंबुलेंस का काम करती है.
विकासखंड देवाल के अंतर्गत यातायात से वंचित सुदूरवर्ती गांव बलाण में एक युवती की तबीयत बिगड़ने पर लोग उसे तीन किलोमीटर डंडी-कंडी के सहारे मोटर सड़क तक लाए, जिसके बाद महिला को हॉस्पिटल तक पहुंचाया गया.
वहीँ जनपद पिथौरागढ़ के मेतली गाँव में भी कल एक व्यक्ति के बीमार होने पर सड़क नहीं होने के कारण ग्रामीणों ने उसे डोली के सहारे 12 किमी पैदल चलकर सड़क तक पहुंचाया, इसके बाद उसे 108 एंबुलेंस के माध्यम से अस्पताल पंहुचाया गया।